गर्मियों में कौन सा प्राणायाम करना चाहिए

गर्मियों में कौन सा प्राणायाम करना चाहिए आज कल इतनी गर्मी है की लोगो को बहुत परेशनी का सामन करना पढ़ रहा जिस से की स्वास्थ्य खराब होनी की बहुत सम्भावना है जैसे बुखार जुखाम सर दर्द और भी बहुत परेशानी होनी की सम्भावना हो सकती है लेकिन आप को इस समय अपना धयान रखने की बहुत जरुरी हो सकता है जी है

मैं आप को कुछ तकनीक बताने जा रहा हु जिस से आप स्वास्थ्य और फिट रह सकते है इस लू जैसी गर्मी मैं भी आप एक दम फिट रह सकते है मैं आप को कुछ योग और प्राणायाम बताने वाला हु जिस से आप स्वास्थ्य और खुश रह सकते हो और आप को बहुत मदद मिल सकती है इस भीषण गर्मी मैं आप मेरे साथ बने रहे जिस से आप को बहुत कुछ सीखने को मिल सकता है और गर्मियों में प्राणायाम करना शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है

और जानकारी प्राप्त करे गर्मी से बचने के उपाय बहुत सारे है

शीतली प्राणायाम यह एक शीतलकरण प्राणायाम है जो शरीर को ठंडक प्रदान करने में मदद कर सकता है।

आप शीतली प्राणायाम करने से पहले, इन चीजों का धयान दे सबसे पहले एक आरामदायक आसन में बैठ जाएँ। सीधे बैठने का प्रायाम करें और शांति और समय के लिए तैयार हो जाएँ शीतली मुद्रा इस प्राणायाम के दौरान, शीतली मुद्रा को अभ्यस्त करें। इसके लिए, जीभ को बाहर निकालें और अपनी जीभ को घुमाएँ ताकि उसके आकार की शीटली तैर बन जाए और साँस लें जब आप शीतली मुद्रा में हैं, धीरे से मुँह से साँस लें। साँस धीरे और गहराई से लें, संख्या की गणना करते समय ध्यान दें।

आप साँस लेने के बाद, नाक से साँस छोड़ें। धीरे और स्थिरता से निःश्वास को निकालें प्राणायाम को धीरे-धीरे अभ्यास करें। प्रारंभ में कुछ सेकंड ही काफी हो सकते हैं, लेकिन धीरे-धीरे समय को बढ़ाते जाएँ आप अपने अनुसार कितनी भी बार कर सकते है जी है आप इसको कभी भी कर सकते है ये आप के लिये लाभ दायक ही होगा और लोगो को इस से बहुत मदद हो रही है

शीतकारी प्राणायाम ठंडक प्रदान करती है

साक्षात्कार शीतकारी प्राणायाम करने से पहले, एक आरामदायक जगह और कोमल सा आसन ले और फिर आप आराम से बैठ जाएँ और ध्यान में प्रवेश करें और आप अपना मन बिचलित ना करे आप धयान मैं खो जाए इस प्राणायाम के दौरान, शीतकारी मुद्रा को अभ्यस्त करें। इसके लिए, आप को बंद दांतों के माध्यम से मुंह के किनारों से हवा अंदर लेकर किया जाता है। इसे आप बहुत धयान से करे और आप को लाभ मिलेगा

साँस लें धीरे से मुँह से साँस लें, और फिर आप जीभ को बाहर की ओर निकालते हुए। साँस को धीरे और गहराई से लें, ध्यान रखते हुए कि यह गर्म और संतृप्तिप्रद साँस होनी चाहिए सांस लेने के बाद, नाक से साँस छोड़ें। धीरे और स्थिरता से निःश्वास को निकालें। यह बहुत ही आसान और आराम दायक है आप शीतकारी प्राणायाम को नियमित रूप से प्रैक्टिस करें। शुरू में कुछ सेकंड के लिए ही सही, लेकिन धीरे-धीरे समय को बढ़ाते जाएँ।

गर्मियों में कौन सा प्राणायाम करना चाहिए भ्रामरी प्राणायाम

आप को आसन सब एक तरह के करने होंगे जी है भ्रामरी प्राणायाम को शुरू करने से पहले, एक आरामदायक आसन में बैठें और अपने शारीरिक स्थिति को ध्यान में लें और आप को इन चीजों का धयान देना है शान्ति अपनी आँखें बंद करें और ध्यान दें कि आपका शरीर शांत है और ध्वनियों की शक्ति को अनुभव करें।

आप अच्छे से साँस लें धीरे से साँस लें और संख्या के अनुसार साँस छोड़ें। साँस लेने के दौरान, अपने माध्यमिक और अनामिका अंगुलियों को अपने कानों के ऊपर रखें साँस को छोड़ते समय, आपके नाक से ध्वनि उत्पन्न करने के लिए गर्दन के पीछे के हिस्से को दबाएं। यह ध्वनि मध्यम और स्थिर होनी चाहिए, यह आप को गर्मी और सिर दर्द से राहत पाने में मदद करता है भ्रामरी प्राणायाम लिए माइग्रेन और हाई बीपी के लिए बहुत अच्छा हो सकता है

शान्ति से साँस को छोड़ने के बाद, ध्यान दें कि ध्वनि की गूंज आपकी मन में शांति और सुकून को बढ़ा रही है भ्रामरी प्राणायाम को नियमित रूप से प्रैक्टिस करें, प्रारंभ में कुछ मिनट ही सही यह प्राणायाम मानसिक चिंताओं को कम करने में सहायक होता है और मन को शांति और स्थिरता प्रदान करता है।

और जानकारी प्राप्त करे Yoga mudra योग मुद्रासन से क्या लाभ होता है

अनुलोम विलोम प्राणायाम यह श्वास की प्रणाली को संतुलित कर सकता है

साक्षात्कार अनुलोम विलोम प्राणायाम को शुरू करने से पहले, एक आरामदायक आसन में बैठें और ध्यान में प्रवेश करें शांति से आप अपनी आँखें बंद करें और शांति की भावना को महसूस करें। जिस से आप को अच्छा महसूस होगा साँस लें नाक से धीरे और गहराई से साँस लें। साँस लेने के दौरान ध्यान दें कि आप गहरी साँस को कितने समय तक ले रहे हैं।

ध्वनि के साथ साँस छोड़ें नाक से साँस छोड़ते समय, अपने माध्यमिक और अनामिका अंगुलियों को अपने कानों के ऊपर रखें और गर्दन को सीधा रखें साँस लेने के बाद, नाक से साँस छोड़ें। साँस को धीरे और स्थिरता से छोड़ें अनुलोम विलोम प्राणायाम को नियमित रूप से प्रैक्टिस करें, प्रारंभ में कुछ मिनट ही सही। इस प्रकार के प्राणायाम से मस्तिष्क, हृदय और फेफड़ों को अनेक लाभ होते हैं। इसे विशेष रूप से रक्तचाप को कम करने में उपयोगी माना जाता

यह प्राणायाम बड़े बड़े लोग घर पर ही करते है जैसे फिलम स्टार आप को पता है शिल्पा शेट्टी का फिट रहने का राज यह हमरी मानसिक और शारारिक रूप से मदद करता है छोटी मोटी बीमारी ऐसे ही गायब हो जाती है यह आप को करना भी बहुत जरुरी हो सकता है

प्राणायाम

कपालभाति प्राणायाम एक श्वासायाम (breathing exercise) है जिसमें तेजी से पेट को अंदर-बाहर करते हुए सांस लेते हैं। यह निश्चित रूप से ऊर्जा को बढ़ाता है और मानसिक तनाव को कम करता है। इसका नियमित अभ्यास करने से श्वासनली और दिल की क्रियाएं सुधारती हैं। यह श्वासनली की सफाई में मदद करता है और शरीर को ऊर्जित रखने में मदद करता है। इसे ध्यान और सामर्थ्य के साथ किया जाता है, और इसका नियमित अभ्यास करने से शारीरिक और मानसिक स्थिरता प्राप्त होती है।

इसे आप सुबह खली पेट करना सही हो सकता है इस से आप को बहुत फायदा हो सकता है इस से आप को एनर्जी मिलेगी और आप दिन भर अच्छे से काम कर सकते है जो की आप के लिए बहुत फायदे मंद हो सकता है यह आप को काफी हद तक आप को आराम मिल सकता है

शीतभाष्य प्राणायाम

गर्मियों में कौन सा प्राणायाम करना चाहिए मुख से सांस लेते समय, जीभ को बाहर निकालने की तकनीक को शीतभाष्य प्राणायाम कहा जाता है। इस प्राणायाम को करते समय आपको ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इसके माध्यम से आपके मन और शरीर में शांति का अनुभव हो सकता है और यह ठंडक देने में मदद कर सकता है। इस प्राणायाम को अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए आपको एक सुखद और नियमित ध्यान की आवश्यकता होती है।

आप शीतभाष्य प्राणायाम सुबह करोगे तो आप के लिये अच्छा हो सकता है आप एक अच्छी सी जगह ढूडने की जरुरत हो सकती जैसे की आप के आस पास मैं हरी भरी गार्डन मैं कर सकते है सुबह सुबह एक अच्छी और ठंडी हवा चलती है जिस से आप को अच्छा महसूश हो सकता है

विपरीत करणी या दीवार पर पैर रखना

विपरीत करणी योग का एक प्राणायाम है, जिसमें आप दीवार के साथ पैरों को उपरोक्त दिशा में रखते हैं। यह एक प्रकार की शांति और संवेदनशीलता का प्राणायाम होता है जो ध्यान को बढ़ाता है और मानसिक स्थिति को संतुलित करने में मदद करता है। इसे आसन भारती योग संस्थान के अनुसार किया जाता है, लेकिन इसे निर्धारित स्वास्थ्य और शारीरिक क्षमता के साथ किया जाना चाहिए। इसे सामान्यत ध्यान और प्राणायाम की अभ्यास सत्र में किया जाता है।

शवासन प्राणायाम गर्मियों मैं फायदा हो सकता है

शवासन, योग का एक प्रमुख आसन है जो आपको शारीरिक, मानसिक, और आत्मिक रूप से आराम प्रदान करता है। गर्मियों में भी, शवासन का अभ्यास करने से आपको कई फायदे हो सकते हैं

ताजगी का अनुभव: गर्मियों में, शवासन आपके शरीर को शीतलता और आराम प्रदान करता है, जिससे आपका मन ताजगी का अनुभव करता है जिस से आप हमेशा ऊर्जावान रहोगे और बिना किसी समयशा के कुछ भी कर सकते है

शारीरिक संतुलन: शवासन का अभ्यास करने से, आपके शरीर के मासिक संरचना में संतुलन बना रहता है और शारीरिक थकान को कम करता है जी है और शवासन मानसिक चिंता और तनाव को कम करने में मदद करता है और मानसिक शांति का अनुभव कराता है।

शारीरिक आराम: गर्मियों में, शवासन शरीर के तनाव को कम करता है और उसे आराम देता है। यह शरीर को ठंडक प्रदान कर सकता है और उसे ठंडा और शांतिपूर्ण बना सकता है।

शवासन करने का तरीका

  • स्टेप 1- शवासन का अभ्यास करने के लिए मैट पर पीठ के बल आराम से लेट जाएं।
  • स्टेप 2- आंखें बंद करके दोनों टांगों को अलग अलग कर लें। शरीर पूरी तरह से रिलैक्स रखें।
  • स्टेप 3- फिर आप धीरे धीरे सांस ले और छोड़े यह आप कुछ देर तक कर सकते है
  • स्टेप 4 – ध्यान रखें कि आपके पैरों के दोनों अंगूठे साइड की ओर झुके हों। हाथ शरीर के साथ ही हों लेकिन थोड़ी दूरी पर रखें।

प्राणायाम करने का नियम

आप प्राणायाम सुबह या शाम को करे करने से पहले आप रिलैक्स करे जिस से आप आगे अच्छे से कर पाओगे आप जब भी प्राणायाम करे आप हलके और मुलयम कपड़ो का इस्तेमाल करे ताकि आप आराम से प्राणायाम कर सके एक अच्छी जगह अपने घर के पास ढूढ ले जिस से आप को करने मैं कोई भी दिकत ना आये आप प्राणायाम को अपने जिंदगी का हिस्सा बना ले जो आप को फायदा ही देगी आप कम से कम एक घंटा करने की सोचे

आप अपने खाने पिने का पूरा ध्यान दे जैसे की फल का रस का सेवन जरूर करे जयादा मसाले वाले भोजन का इस्तेमाल ना करे और धूम्रपान कम करे और अल्कोहल भी बिलकुल कम करे इस से आप को अच्छा फील होगा और आप को सिर्फ ६ महीने मैं ही रिजल्ट मिल जायेगे जो की बहुत अच्छा है

FAQ,s

शरीर को ठंडा करने वाला प्राणायाम कौन सा है
अगर आप को अपना शरीर को ठंडा करना है तो आप को शीतली प्राणायाम या शीतकारी प्राणायाम करना होगा

प्राणायाम के बाद क्या खाना चाहिए
आप प्राणायाम करने के थोड़ी देर बाद मतलब की 15 मिन्ट्स मैं जैसे फल खा सकते और फल का रस भी पी सकते है और आप ड्राई फ्रूट भी खा सकते है

Leave a Comment